क्यों करती हैं बहनें अपने भाईयों के लिए गोवर्धन पूजा? क्या है इसका महत्त्व
Govardhan Puja 2024: यूपी बिहार के इलाकों में गोवर्धन पूजा काफी महत्व रखता है। इस पूजा को बहने अपने भाइयों के लिए करती है। ऐसा कहा जाता है, कि भाइयों की लंबी उम्र के लिए बहाने गोवर्धन पूजा करतीं हैं। तो चलिए जानते है गोवर्धन पूजा से जुड़े कुछ ख़ास मान्यताओं और इसके महत्त्व को।
भाई की लंबी उम्र के लिए बहनें करतीं है पूजा
भाइयों की लंबी उम्र के लिए बहने गोवर्धन पूजा करती हैं। पूजा के दौरान गाय की गोबर से पूरे जमीन की पुताई होती है, और फिर गोबर से ही सांप, बिच्छू और गोधन बाबा की काल्पनिक प्रतिमा जमीन पर बनाई जाती है। अंत में महिलाएं गोधन को कूटकर और रेंगनी के कांटे अपने जीभ में गडकर भाई की लंबी उम्र की कामना करती है। गोवर्धन पूजा के प्रसाद में भाई के संख्या के मुताबिक मिट्टी के बर्तन में चिवड़ा और पटोरी कुटकी या अन्य मिठाई डालकर सुंदर-सुंदर कपड़े से ढक कर तैयार किया जाता है इसका मुख्य प्रसाद चना होता है ऐसी मान्यता है कि इस प्रसाद को खाने से दाढ़ी मूंछ आती है इसलिए लड़कियां चना नहीं खाती।
गोवर्धन पूजा की कथा
गोवर्धन पूजा के दिन कथा भी सुनाई जाती है। ऐसा कहा जाता है, कि यह कथा एक बहन और उसके भईया–भाभी से जुड़ी है। लड़की की भाभी का एक प्रेमी था जो इच्छाधारी नाग होता है, इस षड्यंत्र को ना समझते हुए लड़की का भाई इच्छाधारी नाग को मार देता है जिसे काट काट कर प्रेमी भाभी कुछ अंश खटिया के नीचे, कुछ अंश दिए में, तो कुछ अपने जुड़े में रख लेती है। इस बारे में पति कुछ समझ नहीं पता अंत में बहन को जब यह मालूम होता है तो अपने भाई की रक्षा करती है, इसलिए गोवर्धन पूजा के समय काल्पनिक रूप से सांप और बिच्छू बनाए जाते हैं। इस पूजा के दौरान बहने कांटे को अपने जीभ में डालती हैं। इसके बाद गोधन बाबा को सुहागिन महिलाएं और लड़कियां कूटती हैं और गीत गाती हैं।